Petrol Diesel Price – अगर आप रोज गाड़ी से ऑफिस जाते हैं या फिर छुट्टियों में लंबा ड्राइव करने का प्लान बना रहे हैं, तो ये खबर आपके लिए बेहद काम की है। 14 जून को देशभर में पेट्रोल और डीजल की नई कीमतें जारी की गई हैं, और अच्छी बात ये है कि इसमें कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है। यानी फिलहाल राहत है, लेकिन ये राहत कब तक चलेगी, ये कहना मुश्किल है।
भारत में ईंधन की कीमतें हर दिन सुबह 6 बजे अपडेट होती हैं। इसके पीछे कई फैक्टर्स होते हैं – जैसे कच्चे तेल की इंटरनेशनल कीमतें, डॉलर के मुकाबले रुपया कितना मजबूत है, टैक्स स्ट्रक्चर और तेल को रिफाइन करने की लागत।
तो चलिए, आसान भाषा में समझते हैं कि फिलहाल कीमतें क्यों स्थिर हैं, आगे क्या हो सकता है, और आप अपने शहर का ताजा रेट कैसे जान सकते हैं।
पेट्रोल-डीजल की कीमतें क्यों नहीं बढ़ रही हैं?
सबसे पहले जानते हैं कि पिछले कुछ सालों में तेल के दाम में स्थिरता क्यों बनी हुई है। मई 2022 में केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी में कटौती की थी। इसके बाद कुछ राज्यों ने भी वैट घटा दिया। तब से अब तक पेट्रोल और डीजल के दाम में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया गया है।
इसके पीछे दो वजहें हैं – एक तो महंगाई को काबू में रखना और दूसरी राजनीतिक रणनीति। चुनावी सालों में सरकार कीमतें बढ़ाने से बचती है ताकि जनता नाराज़ न हो।
किन वजहों से बदलती हैं ईंधन की कीमतें?
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कच्चे तेल की इंटरनेशनल कीमतें
भारत अपनी जरूरत का करीब 85 प्रतिशत कच्चा तेल बाहर से मंगवाता है। अगर इंटरनेशनल मार्केट में तेल की कीमतें बढ़ जाती हैं, तो भारत में पेट्रोल-डीजल भी महंगे हो सकते हैं। हालांकि फिलहाल कीमतों में उतार-चढ़ाव जरूर है, लेकिन उपभोक्ताओं पर ज्यादा बोझ नहीं डाला गया है। -
डॉलर और रुपये का खेल
कच्चा तेल डॉलर में खरीदा जाता है। अगर रुपया कमजोर होता है, तो तेल मंहगा हो जाता है। और अगर रुपया मजबूत होता है, तो कीमतों को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। हाल के हफ्तों में रुपया थोड़ा कमजोर हुआ है, जिससे आने वाले दिनों में असर पड़ सकता है। -
टैक्स और वैट का असर
केंद्र सरकार एक्साइज ड्यूटी लेती है, और राज्य सरकारें वैट लगाती हैं। इसी वजह से हर राज्य में पेट्रोल-डीजल के दाम अलग-अलग होते हैं। मसलन, महाराष्ट्र, राजस्थान और आंध्र प्रदेश में रेट ज्यादा हैं, जबकि केंद्र शासित प्रदेशों में कीमतें थोड़ी कम हैं। -
रिफाइनिंग और ट्रांसपोर्ट लागत
कच्चे तेल को प्रोसेस करके पेट्रोल-डीजल बनाने में भी खर्च आता है। फिर उसे देशभर के पेट्रोल पंपों तक पहुंचाने में ट्रांसपोर्ट का खर्च जुड़ता है। इन सबका असर भी कीमतों पर पड़ता है। -
मांग और सप्लाई का गणित
अगर देश में ईंधन की मांग बढ़ जाती है, खासकर गर्मियों, त्योहारों या छुट्टियों के सीजन में, तो कीमतों में तेजी आ सकती है।
14 जून को देश के कुछ प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीजल की औसत कीमतें
(टैक्स के हिसाब से थोड़े बहुत अंतर हो सकते हैं)
- दिल्ली: पेट्रोल 96.72 रुपये, डीजल 89.62 रुपये
- मुंबई: पेट्रोल 106.31 रुपये, डीजल 94.27 रुपये
- चेन्नई: पेट्रोल 102.63 रुपये, डीजल 94.24 रुपये
- कोलकाता: पेट्रोल 106.03 रुपये, डीजल 92.76 रुपये
अपने शहर का ताजा रेट SMS से कैसे जानें?
तेल कंपनियां हर ग्राहक को एक आसान सुविधा देती हैं जिससे आप अपने शहर का रेट मोबाइल पर जान सकते हैं:
- अगर आप IOC (इंडियन ऑयल) के ग्राहक हैं, तो “RSP <शहर का कोड>” टाइप करके 9224992249 पर भेजें।
- BPCL (भारत पेट्रोलियम) ग्राहक “RSP <शहर का कोड>” टाइप करें और 9223112222 पर भेजें।
- HPCL (हिंदुस्तान पेट्रोलियम) के लिए “HPPRICE <शहर का नाम/कोड>” टाइप करें और 9222201122 पर भेजें।
कुछ ही सेकंड में आपको आपके शहर का रेट SMS से मिल जाएगा।
क्या आने वाले दिनों में रेट बढ़ सकते हैं?
तेल विशेषज्ञों की मानें तो अगर इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतें बढ़ती रहीं और डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर हुआ, तो आने वाले समय में कीमतों में बढ़ोतरी संभव है। हालांकि अभी सरकार की तरफ से ऐसा कोई सीधा संकेत नहीं मिला है।
फिलहाल तो राहत है, लेकिन कब तक यह राहत बनी रहेगी यह कहना मुश्किल है। अंतरराष्ट्रीय बाजार की चाल और सरकार की नीति आने वाले हफ्तों में रेट तय करेगी। इसलिए अगर आप भी लंबा सफर प्लान कर रहे हैं या गाड़ी की टंकी फुल कराने वाले हैं, तो पहले एक बार अपना शहर का ताजा रेट जरूर चेक कर लें।