LPG Gas Cylinder Subsidy – अगर आप भी एलपीजी गैस सिलेंडर के बढ़ते दामों से परेशान हैं, तो आपके लिए एक शानदार खबर है। अब आपको रसोई गैस सिलेंडर भरवाने के लिए हजार रुपये खर्च नहीं करने पड़ेंगे, क्योंकि सरकार ने उज्ज्वला योजना के तहत महिलाओं को सिर्फ 450 रुपये में गैस सिलेंडर देने की घोषणा की है। यह स्कीम खास तौर पर गरीब और जरूरतमंद महिलाओं के लिए चलाई जा रही है ताकि वे भी साफ-सुथरे ईंधन से खाना बना सकें और लकड़ी या कोयले जैसे प्रदूषण फैलाने वाले साधनों से बच सकें।
क्या है एलपीजी गैस सिलेंडर और क्यों जरूरी है सब्सिडी
एलपीजी यानी लिक्विफाइड पेट्रोलियम गैस, आज हर घर की ज़रूरत बन चुकी है। इसका इस्तेमाल हम खाना पकाने, होटल और ढाबों में, छोटे कारखानों में और ऑटोमोबाइल्स में भी करते हैं। एलपीजी दो गैसों – प्रोपेन और ब्यूटेन – के मिश्रण से बनी होती है और इसे दबाव में रखा जाता है ताकि यह तरल बनी रहे।
महिलाओं को रसोई में धुएं से राहत देने और स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए सरकार समय-समय पर कई योजनाएं लॉन्च करती है। इन्हीं में से एक है प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, जिसके तहत सिलेंडर पर भारी सब्सिडी दी जाती है।
अब सिलेंडर मिलेगा सिर्फ 450 रुपये में
राजस्थान में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने यह बड़ा ऐलान किया है कि अब उज्ज्वला योजना के तहत गैस सिलेंडर केवल 450 रुपये में भरवाया जा सकेगा। यह स्कीम पूरे राज्य में लागू कर दी गई है और इसका सीधा फायदा उन महिलाओं को मिलेगा जो बीपीएल या आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से आती हैं।
अब मान लीजिए आपने सिलेंडर भरवाया 1000 रुपये में, तो सरकार आपकी खाते में 450 रुपये की सब्सिडी सीधे ट्रांसफर कर देगी। इसमें से 300 रुपये केंद्र सरकार और 150 रुपये राज्य सरकार की ओर से मिलते हैं।
किन्हें मिलेगा इस स्कीम का फायदा
अगर आप प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की लाभार्थी हैं या पहले इंदिरा गांधी रसोई योजना के तहत गैस कनेक्शन ले चुकी हैं, तो आप इस स्कीम में शामिल हैं। इसके अलावा बीपीएल कैटेगरी, ओबीसी और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाएं भी इस योजना का लाभ उठा सकती हैं।
लेकिन एक जरूरी बात – महिला के पास जन आधार कार्ड या भामाशाह कार्ड होना चाहिए जो कि बैंक खाते से लिंक हो, क्योंकि सब्सिडी की राशि सीधा महिला के बैंक अकाउंट में ही ट्रांसफर की जाती है।
कैसे करें एलपीजी सब्सिडी के लिए ई-केवाईसी
अगर आप इस योजना का लाभ लेना चाहती हैं, तो यह भी जरूरी है कि आपका गैस कनेक्शन और आधार कार्ड आपस में लिंक हो। इसके लिए आपको अपने नजदीकी ई-मित्र सेंटर, गैस एजेंसी या साइबर कैफे जाना होगा।
वहां आपको अपने साथ जन आधार कार्ड, आधार कार्ड, गैस कनेक्शन की पासबुक और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर ले जाना होगा। इस मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा, जिसके जरिए आपकी ई-केवाईसी पूरी होगी। एक बार ई-केवाईसी हो जाने के बाद, सब्सिडी की राशि हर रिफिल के बाद आपके खाते में आती रहेगी।
उज्ज्वला योजना के अब तक के आंकड़े
2025 तक की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत देशभर में 10 करोड़ से ज्यादा परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन दिए जा चुके हैं। इनमें से करीब 9 करोड़ महिलाएं अब नियमित रूप से सिलेंडर का उपयोग कर रही हैं। इससे यह साफ पता चलता है कि योजना न सिर्फ सफल रही है, बल्कि गरीब परिवारों की ज़िंदगी भी बेहतर हुई है।
क्या है उज्ज्वला योजना का मकसद
इस योजना का उद्देश्य सिर्फ गैस कनेक्शन देना नहीं है, बल्कि महिलाओं को धुएं से मुक्त करना, पर्यावरण को साफ रखना और स्वच्छ ईंधन को बढ़ावा देना है। सरकार चाहती है कि गांव और शहर हर जगह महिलाएं बिना किसी झंझट के खाना बना सकें और उनकी सेहत पर बुरा असर न पड़े।
अगर आप भी इस योजना के पात्र हैं, तो देर मत कीजिए। ई-केवाईसी कराएं और हर रिफिल पर 450 रुपये की बचत करें। यह योजना न सिर्फ आपके घरेलू खर्च को कम करेगी, बल्कि आपकी सेहत और पर्यावरण दोनों को बेहतर बनाएगी। अब गैस के बढ़ते दामों की टेंशन छोड़िए और उज्ज्वला योजना के तहत सिर्फ 450 रुपये में गैस सिलेंडर भरवाइए।