सिर्फ 1 साल में बनें टीचर! सरकार ने बदल दिए B.Ed के नियम New Rule For B.ED Course

By Prerna Gupta

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New Rule For B.ED Course

New Rule For B.ED Course – अगर आपका सपना है कि आप एक अच्छे स्कूल में टीचर बनें, तो अब वो सपना पहले से भी जल्दी पूरा हो सकता है। जी हां, अब B.Ed यानी बैचलर ऑफ एजुकेशन की पढ़ाई सिर्फ 1 साल में पूरी की जा सकती है। पहले जहां इस कोर्स को करने में दो साल लगते थे, वहीं अब सरकार ने इसकी अवधि घटाकर एक साल कर दी है। इस बदलाव से लाखों छात्रों को फायदा मिलेगा जो टीचिंग लाइन में जल्दी करियर बनाना चाहते हैं।

अब 2 सेमेस्टर में पूरी होगी पढ़ाई

नई व्यवस्था के तहत B.Ed कोर्स सिर्फ दो सेमेस्टर में खत्म किया जाएगा। इसमें छात्रों को न सिर्फ किताबों से जुड़ी पढ़ाई करवाई जाएगी, बल्कि उन्हें स्कूलों में जाकर प्रैक्टिकल एक्सपीरियंस भी दिया जाएगा। इससे छात्रों को क्लासरूम की रियल सिचुएशन का अनुभव होगा, जो आगे चलकर उनके काम आएगा।

एक साल में B.Ed करने से क्या फायदे होंगे?

  • सबसे बड़ा फायदा ये है कि समय की बचत होगी। अब दो साल की जगह सिर्फ एक साल में ही डिग्री मिल जाएगी।
  • स्टूडेंट्स जल्दी करियर की शुरुआत कर सकेंगे।
  • फीस भी कम देनी पड़ेगी, क्योंकि कोर्स छोटा होगा।
  • एक साल में पढ़ाई खत्म होने के बाद छात्र नौकरी की तैयारी कर सकते हैं या प्रतियोगी परीक्षाएं भी दे सकते हैं।

B.Ed कोर्स का नया स्ट्रक्चर कैसा होगा?

अब जो B.Ed कोर्स होगा, उसमें काफी सारी प्रैक्टिकल चीजें शामिल की गई हैं। जैसे:

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  • क्लासरूम ट्रेनिंग
  • वर्कशॉप्स
  • प्रोजेक्ट वर्क
  • एजुकेशनल रिसर्च
  • टीचिंग मेथड्स
  • एजुकेशनल टेक्नोलॉजी

इस कोर्स को मॉड्यूलर स्टाइल में डिजाइन किया गया है ताकि छात्रों को हर विषय में गहराई से समझ मिल सके।

क्या होगा सिलेक्शन प्रोसेस?

B.Ed में एडमिशन के लिए पुराने नियमों की तरह ही एंट्रेंस एग्जाम होगा। लेकिन जो छात्र पहले से किसी एजुकेशन सेक्टर से जुड़ चुके हैं, उन्हें कुछ राहत मिल सकती है। इसके अलावा, योग्यता के आधार पर सीट अलॉटमेंट किया जाएगा।

छात्रों को किन यूनिवर्सिटी में मिलेगा मौका?

शुरुआत में कुछ चुनिंदा सरकारी और निजी यूनिवर्सिटी में ही ये 1 साल वाला कोर्स शुरू किया गया है। लेकिन जल्दी ही इसे देशभर के सभी एजुकेशन इंस्टीट्यूट्स में लागू किया जाएगा। इस बदलाव को लागू करने के लिए शिक्षा मंत्रालय ने तैयारी भी पूरी कर ली है।

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क्यों किया गया ये बदलाव?

नई शिक्षा नीति के तहत यह कदम उठाया गया है। सरकार का मानना है कि शिक्षा क्षेत्र में सुधार और गुणवत्ता बढ़ाने के लिए टीचर्स की संख्या भी बढ़ाना जरूरी है। वहीं छात्रों को जल्दी अवसर देने के लिए कोर्स की अवधि घटाना एक सही कदम है।

क्या सिर्फ ग्रेजुएट ही कर सकते हैं ये कोर्स?

हां, B.Ed करने के लिए किसी भी विषय में ग्रेजुएशन ज़रूरी है। अगर आपने बीए, बीकॉम या बीएससी किया है, तो आप इस कोर्स के लिए योग्य हैं। इसके अलावा कुछ यूनिवर्सिटीज में पोस्ट ग्रेजुएट्स को प्राथमिकता दी जाती है।

भविष्य में मिलेंगे और भी अवसर

B.Ed करने के बाद सिर्फ स्कूलों में पढ़ाने का ही नहीं, बल्कि प्राइवेट कोचिंग, ऑनलाइन एजुकेशन प्लेटफॉर्म, रिसर्च और पॉलिसी मेकिंग में भी करियर बनाया जा सकता है। साथ ही, सरकारी नौकरी की तैयारी करने वालों के लिए यह कोर्स एक मजबूत आधार बन सकता है।

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तकनीकी के साथ शिक्षा की ओर

नई व्यवस्था में टेक्नोलॉजी का भी खास ध्यान रखा गया है। अब डिजिटल क्लास, स्मार्ट लर्निंग टूल्स और ऑनलाइन टीचिंग के जरिए छात्रों को नॉलेज दिया जाएगा। इससे उन्हें आज के आधुनिक एजुकेशन सिस्टम की समझ भी मिलेगी।

अगर आप भी टीचर बनने का सपना देख रहे हैं, तो अब उसे पूरा करने का वक्त आ गया है। 1 साल का B.Ed कोर्स आपके करियर को रफ्तार देने वाला साबित हो सकता है। समय कम, खर्च कम और नौकरी जल्दी – इस से बेहतर मौका शायद ही मिले। तो अब देर किस बात की, तैयारी शुरू करिए और अपने सपने को उड़ान दीजिए।

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